जैसे पोलियो निवारण के बारे में कहा जाता है कि कोई अगर एक भी टीका लेने से रह गया तो वह चक्र अधूरा रह जाता है, उसी प्रकार मूर्खता के सर्वव्यापीकरण में कोई छिद्र न रह जाए, इसका पूरा जतन किया जाता है। मूर्खता स्वैच्छिक होती है। आगे बढ़कर उसका वरण करना होता है। मूर्खता […]
Read Moreअव्यक्त पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी किताब ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में मौलाना अबुल कलाम आज़ाद के बारे में काफी विस्तार से लिखा है भारतीय इतिहास के एक महान ‘राष्ट्रवादी’ और देश के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना आज़ाद के बारे में एक दिलचस्प बात यह है कि उनका जन्म सऊदी अरब के मक्का में हुआ था. […]
Read Moreविकास बहुगुणा कोरोना वायरस से उपजे संकट ने एक ओर दसियों करोड़ लोगों की नौकरी खा ली तो दूसरी तरफ मुट्ठी भर अरबपतियों की दौलत ने इस दौरान नई ऊंचाई छू ली कोविड-19 ने भारत सहित पूरी दुनिया में अमीर-गरीब के बीच की खाई को और चौड़ा कर दिया है. ऑक्सफैम की एक हालिया रिपोर्ट […]
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