ज्योति यादव नताशा नारवाल को ‘दिल्ली हिंसा और अमूल्य लीना को’ हिंदुस्तान ज़िंदाबाद, पाकिस्तान ज़िंदाबाद कहने की साजिश के लिए गिरफ्तार किया गया था. लेकिन उनके पिताओं ने बेटी पर कैसी प्रतिक्रिया दी, आज भारत के बारे में बहुत कुछ बताता है. इस साल दिल्ली दंगों और सीएए-एनआरसी के विरोध प्रदर्शनों की कहानियों के मद्देनजर…
अजय कुमार कूटनीति की दुनिया में यह कहा जाता है कि इशारों का भी बहुत महत्व होता है। अब सवाल यही है कि क्या प्रधानमंत्री ने लेह में जाकर इशारों ही इशारों में वह बात कही जो चीन को दबाव में डाल दे? या कुछ ऐसा कहा जिससे ऐसा लगे कि चीन सेना भारत की…
असग़र वजाहत (जन्म – 5 जुलाई 1946) – हिन्दी साहित्य में महत्त्वपूर्ण कहानीकार एवं नाटककार के रूप में सम्मानित नाम हैं। इन्होंने कहानी, नाटक, उपन्यास, यात्रा-वृत्तांत, फिल्म तथा चित्रकला आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण रचनात्मक योगदान किया है। इन्होने दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में लगभग 40 वर्षों तक अध्यापन किया एवं हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहे । हम उनके जामिया…
प्रीति सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि आरक्षण ख़त्म करने की बात बेवक़ूफ़ी है, लेकिन हमारी सरकार उसे ऐसा ज़रूर बना देगी कि आरक्षण रहने या न रहने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। इसके लिए केंद्र ने कई क़दम उठाने की कोशिश की, जिसमें विश्वविद्यालयों…
आर॰ के॰ नारायण (10अक्टूबर 1906- 13म, 2001) – साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित आर के नारायण अंग्रेजी साहित्य के भारतीय लेखकों में महत्वपूर्ण नाम है। मुख्यतः उपन्यास तथा कहानी विधा में गंभीर यथार्थवाद के माध्यम से मानवीय मूल्यों को सरल व सहज तरीके से अभिव्यक्त किया है। मालगुड़ी डेज़ घारावाहिक और फिल्म ‘गाइड’ से उन्हें हिन्दी क्षेत्रों में काफी लोकप्रि.ता मिली । आज पढिए उनकी…
नीलिमा दत्ता और सुज़ान अबरहा महामारी के समय हमारी जेलों में क़ैद विचारधीन क़ैदियों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। गिरता स्वास्थ्य और उम्रदराज़ क़ैदियों को ज़मानत देने के दिशानिर्देश देने के बावजूद, कोर्ट ने भीमा कोरेगांव के मामले में फंसे कार्यकर्ताओं को ज़मानत देने से इनकार कर दिया है। लेखक, यहाँ…
असग़र वजाहत (जन्म – 5 जुलाई 1946) – हिन्दी साहित्य में महत्त्वपूर्ण कहानीकार एवं नाटककार के रूप में सम्मानित नाम हैं। इन्होंने कहानी, नाटक, उपन्यास, यात्रा-वृत्तांत, फिल्म तथा चित्रकला आदि विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण रचनात्मक योगदान किया है। इन्होने दिल्ली स्थित जामिया मिलिया इस्लामिया में लगभग 40 वर्षों तक अध्यापन किया एवं हिन्दी विभाग के अध्यक्ष रहे । हम उनके जामिया…
लछमी देब रॉय मुंबई में हर प्रोफेशन में गलाकाट प्रतिस्पर्धा की वजह से लोगों को मजबूत रहने की सीख मिल जाती है, अभिनेता मनोज वाजपेयी ने ‘आउटलुक’ की लछमी देब रॉय को दिए एक विशेष साक्षात्कार में ये बाते कहीं, जिसमें वह अपनी नई फिल्म ‘भोंसले’ के बारे में बात कर रहे हैं।यहां पढ़ें साक्षात्कार के…
सीन राय-रोचे अनुवाद- महेश कुमार हालांकि स्मार्ट सिटी मिशन को महामारी के एक महत्वपूर्ण जवाब के रूप में पेश किया जा रहा है, लेकिन असली मुद्दा कुछ ओर है। भारत के महत्वाकांक्षी स्मार्ट सिटी मिशन (SCM) की घोषणा हुए पांच साल बीत चुके हैं। इस मामले में यह कहना सही होगा कि इसमें अभी तक…
बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर ने शुक्रवार देर रात को बांद्रा स्थित गुरु नानक हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। मनोरंजन जगत के तमाम सेलेब्स सरोज खान को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। बहुत कम लोग ही जानते हैं कि 22 नवंबर, 1948 को जन्मी सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल है। सरोज के पिता का नाम…
| Powered by WordPress | Theme by TheBootstrapThemes