प्रज्ञा सिंह सिंघू बॉर्डर पर डेरा डाले इन किसानों की सोच पर जो बात सबसे ज़्यादा हावी है, वह है उनके खेतों में मंडराने वाले कॉर्पोरेटों का डर। वे पारित किये गये इन तीन नये क़ानूनों में से उस एक क़ानून में अनुबंध खेती से सम्बन्धित प्रावधानों को ग्रामीण भारत पर कॉर्पोरेट के प्रभाव को […]
Read Moreअजय कुमार बहुत पहले से कृषि मंडियों के बाहर प्राइवेट बाजार में कृषि उपज की खरीद बिक्री हो रही है लेकिन फिर भी अभी तक सही तरीके से प्राइवेट बाजार संचालित नहीं होता है और न ही इन बाजारों में सरकारी एमएसपी से अधिक क़ीमत पर अनाज खरीदा जाता है। पंजाब के किसान नेताओं ने […]
Read Moreनिशा कर्दम लव जिहाद के बारे में यह अवधारणा बनाई गई है कि ‘लव जिहाद के ज़रिये मुस्लिम पुरुष हिंदू समुदाय की महिलाओं से प्रेम का स्वांग रचाकर उनका धर्म परिवर्तन करवाते हैं। यह हिंदू समाज की जनसंख्या को कम करने के लिए शुरू किया गया एक जिहाद है।’ लव जिहाद की अवधारणा पहली बार […]
Read More1 दिसंबर को किसानों और सरकार के बीच बातचीत हुई। जिसका कोई नतीजा नहीं निकला। अब अगले दौर की बातचीत 3 दिसंबर को होगी। किसान इस बात पर अड़े हैं कि सरकार तीनों क़ानूनों को वापस ले। मुझे भय है कि आंदोलनकारी किसानों की ओर से हठी होना केवल हिंसा को ही जन्म देगा, इसलिये मेरा मानना […]
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