दीपाली श्रीवास्तव जिसका सभी को इंतजार था, आख़िर वह सीरीज़ आ गई। ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लैटफॉर्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर सीरीज़ ‘मिर्जापुर 2’ रिलीज़ हो चुकी है। इसका पहला सीज़न साल 2018 में आया था और इसके दूसरे सीज़न का लोगों को बेसब्री से इंतजार था। पहले सीज़न में भी गोली, गाली और ख़ून-ख़राबा था और…
कविता करीब दो दशक पुराने इस साक्षात्कार में निर्मल वर्मा ने भारतीय समाज की चुनौतियों से जुड़ी जो बातें कही थीं वे आज भी ठीक उन्हीं अर्थों में महत्वपूर्ण बनी हुई हैं निर्मल वर्मा को उनकी रचनाओं के माध्यम से देखने वाले उन्हें आत्मनिष्ठ, संशयों से घिरे, दुख से लिपटे रहने और उनका उत्सव मनाने…
अनुराग भारद्वाज साहिर प्रोग्रेसिव राइटर्स एसोसिएसन में शामिल हो गए मगर वो फ़ैज़ की तरह साम्यवाद के झंडाबरदार नहीं रहे. कैफ़ी आज़मी ने कभी साहिर लुधियानवी की शायरी के रोमांटिक मिज़ाज पर तंज़ कसते हुए कहा था कि उनके दिल में तो परचम है पर क़लम काग़ज़ पर मोहब्बत के नग़मे उकेरती है अमृता प्रीतम…
जेम्स जॉयस (02 फरवरी 1882, – 13 जनवरी 1941) – जेम्स ऑगस्टिन अलॉयसियस जॉयस एक आयरिश उपन्यासकार, लघु कहानी लेखक और कवि थे। 20 वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली और महत्वपूर्ण लेखकों में से एक माना जाता है। यूलीसिस (1922) उनकी महत्वपूर्ण रचना है। इसके साथ ही शॉर्ट-स्टोरी संग्रह डबलिनर्स (1914), और उपन्यास ए पोर्ट्रेट ऑफ़…
चंदन शर्मा बंगाल में दुर्गा पूजा की इस लोकप्रियता के तार छह सदी पीछे जाते हैं और भारतीय दर्शन में ‘भक्ति’ की संकल्पना देने वाले कृतिबास ओझा से जुड़ते हैं राम को दुर्गा की आराधना करते हुए दिखाकर वे दोनों संप्रदायों के बीच एकता और संतुलन कायम करने में सफल रहे. इस प्रसंग से राम…
संजय राय जांच भी आप करो, आरोप भी आप लगाओ और फ़ैसला भी आप ही सुनाओ! तो अदालतें किसलिए बनी हैं? यह कोई फ़िल्मी डायलॉग नहीं बल्कि बॉम्बे हाई कोर्ट की फटकार है, जो उसने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में रिपब्लिक चैनल की रिपोर्टिंग के तरीके को लेकर सुनाई है। हाई कोर्ट ने…
शाहीन अंसारी अशफाक पर महात्मा गांधी का काफी प्रभाव था, लेकिन चौरी-चौरा कांड के बाद जब महात्मा गांधी ने अपना असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था, तब हजारों की संख्या में युवा खुद को धोखे का शिकार समझ रहे थे। अशफ़ाक उल्ला खान उन्हीं में से एक थे। उन्हें लगा अब जल्द से जल्द भारत…
शुभम उपाध्याय बाद में बेहद सराही और राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजी गई यश चोपड़ा की फिल्म ‘धर्मपुत्र’ को रिलीज के वक्त हिंदूवादी संगठनों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था.किंग ऑफ रोमांस’ कहे जाने वाले यश चोपड़ा को पलायनवादी सिनेमा के अग्रणी फिल्मकारों में गिना जाता है.लेकिन पलायनवादी सिनेमा का सिरमौर बनने से बहुत…
अंतोन पावलेविच चेखव (1860-1904) – रूसी कथाकार और नाटककार अंतोन पावलेविच चेखव विश्व के सबसे महत्वपूर्ण लेखकों में से एक हैं। चेखव के लेखन में अपने समय का जैसा गहन और मार्मिक वर्णन मिलता है। चेखव की संवेदना में मानवीयता का तत्व बहुत गहरा है । चेखव की कला में सादगी एक असाधारण शक्ति के रूप में उभरी है…
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त मिशेल बैचले ने यूएपीए पर सरकार की विशेष रूप से आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को इसके तहत निशाना बनाया गया है, ख़ास कर समान नागरिकता क़ानून के मुद्दे पर विरोध करने वालों पर यह लगाया गया। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकारों के…
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