जेवर में सबौता अंडर पास के पास आयोजित किसान महापंचायत में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को बर्बाद करने के लिए बिना मांगे ये कृषि कानून देश के किसानों पर थोप दिए गए हैं, जिससे किसान पहले कर्ज में डूबेगा, फिर धीरे-धीरे पूंजीपति किसानों से उनकी जमीन हड़पने का काम करेंगे। भारतीय किसान यूनियन […]
Read Moreनागरिकता को लेकर भारत के आम लोगों के बीच चार मशहूर बुद्धिजीवियों ने भारत में नागरिकता का गठन करने वाले उन प्रमुख पहलुओं का गहराई से अध्ययन किया है, जो हाल ही में सत्ता पर काबिज सरकार के विवादास्पद फ़ैसलों के चलते जनसामान्य के बीच तीग्र बहस का विषय रहा है। नागरिकता को लेकर भारत […]
Read Moreराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने हाल में कहा था कि भारत में इस्लाम खतरे में नहीं है; कि कलह करने से काम नहीं चलने वाला है और देश में शांति के लिए हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच संवाद की ज़रुरत है. उन्होंने यह भी कहा था कि, “जो व्यक्ति कहता है […]
Read Moreवरिष्ठ पत्रकार भाषा सिंह, पहुंची दिल्ली के नांगल गांव में 9 साल की दलित बच्ची के साथ हुई बर्बर हिंसा के विरोध में चल रहे विरोध प्रदर्शन में, जिसे हटाने के लिए दिल्ली पुलिस दबाव बना रही है। वाल्मीकि समाज की बच्ची के साथ कथित तौर पर बलात्कार और फिर लाश को जलाने की बर्बर […]
Read Moreआर्थिक मोर्चे पर संकट से जूझ रही सरकार के सामने आगे और भी मुश्किलें आने वाली हैं। लोगों की नौकरियाँ ख़त्म होने की रिपोर्टों के बीच अब नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी ने कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर जीडीपी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने कहा है कि भारत की विकास दर […]
Read Moreभारत ने 41 वर्षों बाद आखिर हॉकी मं पदकों के सूखेसे निजात पाते हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता। हर भारतीय के लिए एक लम्बे अरसे के बाद मिला यह कांसा भी स्वर्ण से कम नहीं है और हर हॉकी प्रेमी को इस जीत के साथ ही एक अरसे बाद जीत के नशे का […]
Read Moreजाने-माने मार्क्सवादी इतिहासकार का कहना है कि अपने विषय को वास्तविक रूप से पेश किये जाने को लेकर प्रतिबद्ध सभी इतिहासकारों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से इसे तत्काल वापस लेने की मांग को उठाने में शामिल हो जाना चाहिए। यह लेख इस साल मार्च में जाने-माने मार्क्सवादी इतिहासकार प्रोफ़ेसर इरफ़ान हबीब के लिखे एक लेख […]
Read Moreभारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) द्वारा ख़्वाजा अहमद अब्बास के रचनाकर्म पर केंद्रित ऑनलाइन कार्यक्रमों की श्रृंखला की चौथी कड़ी में “आवारा” एवं “अनहोनी” फिल्म पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में थप्पड़, गुलाम, द्रोहकाल, आरक्षण जैसी प्रसिद्ध फिल्मों के लेखक अंजुम रजबअली ने ख़्वाजा अहमद अब्बास की कहानियों के पीछे रही उनकी सोच […]
Read Moreदिल्ली। ‘हम भी इस घृणा, नफरत, छोटेपन और ओछेपन से बाहर निकल आएंगे और हम उस सफर को जारी रख सकेंगे जो मनुष्यता का सच्चा सफर है। किन्तु प्रेमचंद की बातों को याद रखें कि इंसान होने का भरपूर आनंद तभी ले पाएंगे जब यह आनंद समूचे समाज और समूह को मिले।’ महान कथाकार प्रेमचंद […]
Read Moreआरएसएस चिंतक और राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने ‘दैनिक जागरण’ को दिए एक साक्षात्कार (जुलाई 2021) में कहा कि अब समय आ गया है कि हम ‘ईसाई मिशनरी भारत छोड़ो’ अभियान शुरू करें. उनके अनुसार, ईसाई मिशनरियां आदिवासी संस्कृति को नष्ट कर रही हैं और भारत में धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का दुरूपयोग करते हुए […]
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